पुष्कर सिंह धामी लगातार दूसरी बार बने मुख्यमंत्री
रितु खंडूरी बनी प्रदेश की पहली महिला स्पीकर
देहरादून। आज देहरादून के परेड ग्राउंड में पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसके साथ ही आठ मंत्रियों ने भी शपथ ली। इनमें सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, चंदन रामदास और सौरभ बहुगुणा ने शपथ ली। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई वीआइपी मौजूद रहे। इससे पहले, प्रदेश को रितु खंडूरी के रूप में पहली महिला स्पीकर मिली है।
नरेंद्र नगर से दूसरी बार विधायक चुने गए सुबोध उनियाल ने भी मंत्री पद की शपथ ली। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आईं रेखा आर्य ने मंत्री पद की शपथ ली। रेखा सोमेश्वर से तीसरी बार विधायक बनीं हैं। 2016 में कांग्रेस से बीजेपी में आई। 2017 से उनके पास राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार था।
गणेश जोशी ने मंत्री पद की शपथ ली। गणेश जोशी ने शपथ के बाद पीएम मोदी को सैल्यूट किया। इसके बाद धन सिंह रावत ने शपथ ली। धन सिंह रावत श्रीनगर से दूसरी बार विधायक चुने गए हैं। राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (रि.) ने दोनों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
प्रेम चंद अग्रवाल ने संस्कृत में शपथ ली। इस दौरान संतों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया। राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (रि.) ने प्रेम चंद अग्रवाल को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
सतपाल महाराज ने भी मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल ले. जनरल गुरमीत सिंह (रि.) ने सतपाल महाराज को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
विधायक चंदन रामदास ने शपथ ली। इनके बाद विधायक सौरभ बहुगुणा ने शपथ ली। सौरभ बहुगुणा सितारगंज से दूसरी बार विधायक बने हैं। सौरभ पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के बेटे हैं। एचएन बहुगुणा परिवार की तीसरी पीढ़ी है। इसके साथ ही शपथ ग्रहण कार्यक्रम पूरा हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पहुंच गए हैं। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल भी मंच पर मौजूद रहे। नितिन गडकरी, मीनाक्षी लेखी, विजय बहुगुणा, रमेश पोखरियाल निशंक, हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर, असम के सीएम हिमंत बिस्वा भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में मौजूद रहे।
मंत्री बनने के लिए रेखा आर्य आज एक बार फिर परंपरागत परिधान में पहुंची। वहीं सतपाल महाराज पगड़ी पहनकर शपथ ग्रहण समारोह में आए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे ही मंच पर पहुंचे वैसे ही पूरे परेड ग्राउंड में योगी-योगी के नारे लगने लगे। चिदानंद मुनि, आचार्य बालकृष्ण, शंकराचार्य सहित तमाम संत भी शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद सभी संतों से मिलने पहुंचे। संतों ने सीएम योगी को आमंत्रित किया था। इस दौरान संतों ने सीएम योगी का सम्मान किया। शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी कैबिनेट को सामने बुलाकर सबका अभिवादन किया। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में बार-बार बुलडोजर बाबा के नारे लग रहे थे।
धामी मंत्रिमंडल तीन नए चेहरों को मौका मिला है। इनमें पिछली विधानसभा के अध्यक्ष रहे प्रेमचंद अग्रवाल सबसे अहम हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे सौरभ बहुगुणा को भी धामी कैबिनेट में जगह मिली है। 43 साल के बहुगुणा और रेखा आर्या धामी कैबिनेट के सबसे युवा चेहरे हैं। सौरभ सितारगंज से जीतकर लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं। सौरभ के दादा हेमवती नंदन बहुगुणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। बागेश्वर से जीते चंदन राम दास को भी कैबिनेट में जगह मिली है। दास लगातार चौथी बार विधायक बने हैं।
मुख्यमंत्री समेत धामी कैबिनेट में शामिल सभी मंत्री करोड़पति हैं। पहली बार मंत्री बनाए गए चंदन राम दास के पास सबसे कम 1.24 करोड़ रुपये की संपत्ति है। सबसे कम संपत्ति वाले मंत्रियों में सुबोध उनियाल दूसरे और धन सिंह रावत तीसरे नंबर पर हैं। उनियाल के पास कुल 1.61 करोड़ रुपये और धन सिंह रावत के पास 2.67 करोड़ रुपये की संपत्ति है। सबसे अमीर मंत्री चौबट्टाखाल से जीते सतपाल महाराज हैं। महाराज के पास कुल 87.34 करोड़ रुपये की संपत्ति हैं। धामी कैबिनेट की इकलौती महिला मंत्री रेखा आर्य के पास 25.20 करोड़ रुपये की संपत्ति है। रेखा सबसे अमीर मंत्रियों में दूसरे नंबर पर हैं। धामी कैबिनेट की औसत संपत्ति 16 करोड़ रुपये है। खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पास 3.34 करोड़ रुपये के संपत्ति है।
गणेश जोशी कैबिनेट के सबसे कम पढ़े लिखे मंत्री हैं। जोशी सिर्फ 10वीं पास हैं। सतपाल महाराज 12वीं पास हैं। चंदन राम दास स्नातक हैं। वहीं, मुख्यमंत्री समेत चार मंत्री परास्नातक हैं। धन सिंह रावत कैबिनेट के सबसे पढ़े लिखे मंत्री हैं। रावत ने पीएचडी की है। वहीं, सौरभ बहुगुणा ने एलएलबी की है।